कंप्यूटर के किरणों से आखों में थकान और दर्द होता है।
कंप्यूटर के स्क्रीन की लाइट को अधिक बिलकुन न रखें।
काम के दौरान बीच-बीच में पलकों को झपकाते रहिए।
भरपूर नींद लें और नियमित आंखों की जांच कराते रहें।
वर्तमान दिनचर्या में कंप्यूटर के बिना काम करना शायद असंभव है, लोग घंटों कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करते हैं। घंटों कंप्यूटर के सामने बैठने के कारण इससे निकलने वाली नीली रोशनी से सबसे अधिक नुकसान आंखों को होता है। इसके कारण आंखों की रोशनी कम होती है। इसके अलावा लगातार कम्प्यूटर पर काम करने से आंखों में थकान, धुंधला दिखाई देना, सिर में दर्द और आंखों के आसपास काले घेरे की समस्या आम बात है। ड्राई आई सिंड्रोम भी घंटों कंप्यूटर के प्रयोग के कारण होती है। इसलिए काम के साथ-साथ आंखों का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
अंधेरे में काम न कर:-
केंकंप्यूटर पर काम कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि जिस कमरे में आप हों वहां पर अंधेरा या कम रोशनी न हो।
आपके कमरे की रोशनी कंप्यूटर स्क्रीन से निकलने वाली रोशनी से कम न हो। अगर कमरे में अंधेरा होगा या कमरे की रोशनी कम होगी तो कंप्यूटर से निकलने वाली किरणें आंखों को अधिक प्रभावित करेंगी।कंप्यूटर से आंखों की दूरी काम करते वक्त अपनी कुर्सी की ऊंचाई को कम्प्यूटर के हिसाब से ही रखें। कंप्यूटर को अपनी आंखों से 30 सेमी की दूरी पर रखें।
पलकों को झपकाते रहें:-
काम के दौरान पलकों को झपकाते रहें, इससे आंखों की नमी बरकरार रहेगी और आंखों सूखेंगी नहीं। लंबे समय तक पलक नहीं झपकाने से आंखों से पानी बहने लगता है।
काम के बीच ब्रेक लें:-
अगर आप लगातार कंप्यूटर पर काम कर रहे हैं तो बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें। कोशिश करें कि 30-40 मिनट के बाद अपनी नजर को दूर किसी वस्तु पर ले जायें, अपने से लगभग 20 फिट की दूरी पर दूसरी वस्तु को देखें। एक घंटे तक काम करने के बाद 10 मिनट के लिए कंप्यूटर की स्क्रीन बंद कर दें।
हेल्दी स्नैक लेते रहें :-
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए स्वस्थ आहार का सेवन बहुत जरूरी है। खाने में विटामिन ए, ई और सी को जरूर शामिल करें। ये आंखों के लिए आवश्यक हैं। दूध और दूध से बने पदार्थ, हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडा, पपीता, गाजर विटामिन ए के अच्छे स्रोत हैं, इनको अपने आहार में शामिल करें। काम के बीच में भी स्वस्थ और विटामिन युक्त हेल्दी स्नैक लेते रहें।आंखों के व्यायामकाम के बीच में आंखों में थकान हो जाती है, इससे बचाने के लिए काम के दौरान ही आंखों के व्यायाम कीजिए। अपनी हथेली और उंगली से आंखों को बंद करके उनपर मालिश करें। बीच-बीच में आंखों की पुतलियों को चारों ओर घुमाएं। इससे आंखों को आराम मिलता है। बीच-बीच में पानी के छींटे भी मार सकते हैं।आंखों को स्वस्थ रखने के लिए भरपूर नींद जरूरी है, कम से कम आठ घंटे की नींद लें, आंखों में अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पादों का ही प्रयोग करें। अपनी आंखों की नियमित रूप से जांच कराएं।